क्या लोक निर्माण विभाग में आदेश की अवहेलना करने वाले कर्मचारी को उच्च प्रभार में सुशोभित करना उचित है?

कमरून निशा
आपको बता दें की लोक निर्माण विभाग बैकुंठपुर के एसडीओ एस के मिश्रा की कई शिकायतें उच्च अधिकारी एवं एन.सी. से करने के पश्चात इनकी जगह वीरेंद्र चौधरी का आदेश दिनांक 06/06/2020 को लोक निर्माण विभाग अनु विभागीय कार्यालय बैकुंठपुर के लिए किया गया था किंतु बड़े ही खेद का विषय रहा कि उन्होंने उक्त स्थान पर अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं की शायद इन्हें पूर्व से ही यह अनुमान था की इनको प्रभारी ई ई के रूप में प्रभार मिलने वाला है तभी तो इन्होंने पूर्व आदेश की खुली अवहेलना की और विभाग ने इन्हें प्रभारी ई ई सूरजपुर के रूप में प्रभारी बना दिया यह कितना उचित है यह तो नहीं मालूम किंतु जो अधिकारी एक आदेश की अवहेलना करता है वही प्रभारी के रूप में उच्च पद मिलने पर दूसरे आदेश का तत्काल पालन करता है क्या ऐसे अधिकारी को उच्च पद पर बैठाना उचित है? वही दूसरी ओर आज तक एस के मिश्रा एसडीओ लोक निर्माण विभाग बैकुंठपुर का अपने स्थान पर बने रहना कई तरह के सवालों को खड़ा करता है अब देखना यह है कि उच्च अधिकारी कितनी संजीदगी के साथ ऐसे अधिकारियों पर कार्यवाही करते भी है या नहीं।
