रेशम विभाग की मदद से कोसा उत्पादन एवं कोसा धागे से महिलाएं बुन रही जीवन का ताना-बाना रेशम अधिकारी श्याम कुमार ने महिलाओं को आत्मनर्भर बना दिए
kamrun nisha
कोरिया 04 अगस्त 2021/ मेहनत, हौसला और आगे बढ़ने की चाह हो तो खुशियां कोसा उत्पादन एवं महीन धागों से भी खींचीं चली आती हैं। कोसा उत्पादन एवं कोसे के इन्हीं महीन धागों से कोरिया जिले की महिलाएं अब अपने जीवन का ताना-बाना बुनकर अतिरिक्त आय प्राप्त कर रहीं है। रेशम विभाग के सहयोग से महिलाओं ने कोसाबाड़ी में कोसा उत्पादन एवं कोसा से धागा निकालने की कला सीखकर न सिर्फ अपने आय का एक नया जरिया बनाया है, बल्कि आत्म निर्भर बनकर पूरे परिवार के जीवन स्तर को एक नई दिशा दे रही है। कभी खेती बाड़ी और घर के काम काज में पूरा दिन लगाने वाली ये महिलाएं आज कोसाबाड़ी में कोसा उत्पादन एवं कोसा धागा बेचकर लगभग 6-7 हजार रूपये प्रतिमाह अतिरिक्त आय प्राप्त कर रही है।


जिला रेशम अधिकारी ने यह भी बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से मनरेगा योजनान्तर्गत नर्सरी अर्जुन साजा पौधा तैयारी एवं पौधारोपण कार्य, ग्रीन फेसिंग कार्य, तथा जल संवर्धन हेतु कंटूर ट्रेंच निर्माण कार्य आदि कार्याे के द्वारा श्रमिकों एवं हितग्राहियों को लगातार रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।

