बड़ी उपलब्धि: ट्रैफिक मैन महेश मिश्रा को मिली डॉक्टरेट की मानद उपाधि

बड़ी उपलब्धि: ट्रैफिक मैन महेश मिश्रा को मिली डॉक्टरेट की मानद उपाधि
स्वयं के खर्च पर विगत 15 वर्षों में लगाए 500 से अधिक कैंप बचाए सैकड़ों लोगों की जान
जिले में प्रेम की प्रतिमूर्ति व कर्तव्यनिष्ठता कि मिसाल ट्रैफिक मैन के नाम से मशहूर लांस नायक महेश मिश्रा ने निरंतर मानव अधिकार एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर विश्व मानव अधिकार सुरक्षा आयोग दिल्ली से इंटरनेशनल जनरल मैनेजर श्रीमती कविता बजाज के हाथों डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त कर जिले सहित पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। सरल, सौम्य व मिलनसार व्यक्तित्व के धनी श्री मिश्रा का जन्म कोरिया जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम खैरी निवासी सेवानिवृत्त व्याख्याता रामावतार मिश्रा के सुपुत्र के रूप में हुई। पिता के आदर्शवादी व्यक्तित्व एवं ज्ञान का व्यापक प्रभाव बचपन से ही इनके जीवन पर पड़ा जिसका सार्थक परिणाम रहा शुरुआती दिनों से ही महेश ने मन में समाज एवं देश के लिए कुछ कर गुजरने की ठान ली। योग्यता को सिर्फ अवसर की तलाश होती है इस वाक्य को चरितार्थ करते हुए श्री मिश्रा ने अपनी नियुक्ति यातायात शाखा में होने के पश्चात प्रारंभ से ही अपनी मेहनत का लोहा मनवाया है ।
यातायात जागरूकता अभियान बनी पहचान
आज के दौर में जहां सड़क हादसों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा और इसे रोकने के लिए जिले के यातायात विभाग में पदस्थ लांस नायक डॉ. महेश मिश्रा ने स्वयं के खर्च पर यातायात के प्रति जागरूकता के क्षेत्र में जिला ही नहीं संभाग एवं प्रदेश स्तर तक लगभग 4 लाख लोगों को जागरूक कर अपनी अलग पहचान स्थापित किया है। विगत कई वर्षों से निरंतर तन मन धन से यातायात जागरूकता अभियान का संचालन कर रहे श्री मिश्रा एक जुनून के रूप में व्यापक पैमाने पर कार्य कर रहे हैं।
समाजसेवा बनी मिसाल
डॉ. महेश मिश्रा का समाज सेवा के क्षेत्र में भी निरंतर सहभागिता रही है जिसके तहत स्वयं के खर्च से वाहन चालकों को निःशुल्क चश्मा का वितरण करना, शहर के प्रमुख चौराहे के गड्ढे को भरना, सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद करना, कुपोषित बच्चों को पोषण आहार का वितरण, जिले की सभी शासकीय महाविद्यालयों में स्वयं के खर्चे पर यातायात नियमों, संकेतों एवं चिन्हों से संबंधित बोर्ड लगवाना, आवारा मवेशियों के कारण हो रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु स्वयं के खर्चे से इनके गले में रेडियम पट्टा बांधने का कार्य, यातायात जागरूकता अभियान के दौरान छात्रों एवं उपस्थित जनों को सम्मान व पुरस्कार का वितरण करना, जरूरतमंदों को रक्तदान जैसे नेक कार्य इनके द्वारा निरंतर किया जा रहा है।
जिले में प्रेम की प्रतिमूर्ति व कर्तव्यनिष्ठता की मिसाल
गौरतलब है कि डॉ. मिश्रा अपने सरल, सहज व मिलनसार स्वभाव के कारण पूरे क्षेत्र में जाने जाते हैं बच्चों व युवाओं के बीच में इनकी अच्छी खासी पकड़ है साथ ही शहर में मिलनसार व्यक्तित्व के धनी माने जाते हैं जिसका परिणाम यह है कि पूरे शहर में सभी प्रतिष्ठानों के साथ जिले की विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य से लेकर विद्यालयीन स्टाफ, छात्र-छात्राओं, वाहन चालकों, मालिकों के पास इनका मोबाइल नंबर उपलब्ध है जो कि एक हेल्पलाइन की तरह कार्य करता है। जो किसी भी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति में या यातायात संबंधी किसी प्रकार की जानकारी के लिए तथा कैरियर मार्गदर्शन के लिए उपयोग में आ रहा है। गौरतलब है कि डाँ. मिश्रा छोटे से पद पर रहते हुए भी अपने व्यवहार व कार्यों के बल पर सबका दिल जीत रखा है जिसका परिणाम है कि उच्च अधिकारियों का मार्गदर्शन उन्हें हमेशा मिलता रहा है।
तीन स्वर्ण पदक प्राप्त कर किया है जिले को गौरवान्वित
लांस नायक डॉ.महेश मिश्रा ने शिक्षा के क्षेत्र में भी स्नातकोत्तर की परीक्षा में संस्कृत, राजनीति विज्ञान एवं समाजशास्त्र विषयों में विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान लाकर स्वर्ण पदक प्राप्त कर जिले को गौरवान्वित किया है साथ ही वर्तमान में पीएचडी स्कॉलर हैं।
मिल चुके हैं सैकड़ों सम्मान
तन समर्पित मन समर्पित और यह जीवन समाज सेवा के नाम समर्पित की धारणा को जीवंत करने वाले देशभक्ति जनसेवा को चरितार्थ कर विभाग का नाम रोशन करने वाले डॉ. महेश मिश्रा को अब तक विभिन्न अवसरों में सैकड़ों सम्मान से नवाजा जा चुका है।
मंच संचालन की कला में है महारत हासिल
लांस नायक डॉ. महेश मिश्रा विगत 15 वर्षों से निरंतर नगर सेना, पुलिस विभाग के समस्त कार्यक्रमों के साथ ही कई अवसरों पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में मंच संचालक के रूप में बड़े ही रोचक ढंग से अपनी महती भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। अपने सरल, सहज एवं सधे हुए शब्दों के साथ शानदार वक्तव्य कला के लिए जिले में अपनी एक अलग पहचान रखते हैं।
गूगल भी बता रहा पहचान
डॉ. मिश्रा द्वारा विगत 16 वर्षों से किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों का समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया में निरंतर उल्लेख होता रहा है जिसे गूगल पर हिंदी में महेश मिश्रा यातायात लिखकर आसानी से देखा जा सकता है।
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज
विगत 15 वर्षों से निरंतर समाज सेवा एवं जन जागरूकता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के फल स्वरूप डॉ.महेश मिश्रा का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है।
बधाई देने वालों का लगा तांता
मिलनसार व्यक्तित्व के धनी लांस नायक महेश मिश्रा को डॉक्टरेट की मानद उपाधि मिलने की बात जिले एवं प्रदेश वासियों को पता चलते ही डॉ. मिश्रा को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है एवं जिले में हर्ष का माहौल व्याप्त है हमारा भी सलाम है ऐसे कर्मवीर को।
आउट ऑफ टर्न प्रमोशन की उठ रही मांग
लांस नायक महेश मिश्रा द्वारा विगत 16 वर्षों से निरंतर समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर जिला एवं प्रदेश को गौरवान्वित करने के फलस्वरूप सभी वर्ग के लोगों ने डॉ. मिश्रा को आउट ऑफ टर्न प्रमोट करने की मांग कर रहे हैं।
मेरा ही नहीं बल्कि जिले वासियों का सम्मान किया सब का धन्यवाद
विश्व मानव अधिकार आयोग द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त होने पर श्री मिश्रा ने कहा कि यह मेरा व्यक्तिगत नहीं बल्कि जिले सहित प्रदेश वासियों का सम्मान है। यातायात जन जागरूकता अभियान के संचालन के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही जिले वासियों का भरपूर सहयोग मिलता रहा है जिसका सार्थक परिणाम रहा है कि बृहद पैमाने पर कार्यक्रमों का आयोजन हो सका। आगे भी नई ऊर्जा, जोश एवं उत्साह के साथ यातायात जन जागरूकता अभियान जारी रहेगा इस अभियान में जिन्होंने भी प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से अपना साथ एवं सहयोग प्रदान किया है भविष्य में भी इसी तरह की सहयोग की अपेक्षा के साथ डॉ. मिश्रा ने सभी का शुक्रिया अदा किया है। साथ ही डॉक्टरेट के मानद उपाधि हेतु चयन के लिए विश्व मानव अधिकार सुरक्षा आयोग के नेशनल चेयरमैन डॉ. तपन कुमार राउत्रे, मैनेजर कु.शिवानी शर्मा, डायरेक्टर अभिनव होता, चेयरमैन फ्रैंसिस्को सरधिन्हा, पीआरओ शुभम सिन्हा एवं आराधना अरोड़ा को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

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