बाबा जी शाह चिश्ती दरबार की शान निराली, रोते रोते आते हैं हंसते हंसते जाते हैं

जिला कोरिया बैकुंठपुर तरगवा बाबा जी शाह चिश्ती दरबार की शान निराली है रोते रोते आते हैं हंसते हंसते जाते हैं छोटा हो या बड़ा सभी को मिलता है शिफा दरबार में, जब इलाज करवा करवा कर थक जाते हैं मारिज तो दरबार में जाकर खड़े हो जाते हैं एक पैर से तब शाह चिश्ती दरबार में उनके नाम की अर्जी लगाई जाती है और मरीजाे को शिफा मिलता है यकीन है तो सब कुछ है ।

