छत्तीसगढ़ में 1 मई से शुरू नहीं हो पाएगा 18+ का टीकाकरण अभियान,,, वैक्सीन देने से सीरम इंस्टीट्यूट ने खड़े किए हाथ

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा चरण एक मई से शुरू नहीं हो पाएगा। वैक्सीन उत्पादक सीरम इंस्टीट्यूट ने 25 लाख डोज वैक्सीन की हाल-फिलहाल में आपूर्ति कर पाने में असमर्थता जता दी है। भारत बायोटेक ने जुलाई के आखिरी सप्ताह तक पूरी आपूर्ति की बात कही है। उसकी एक लाख डोज की पहली खेप आज ही रायपुर पहुंचेगी। यह अभियान शुरू करने के लिए नाकाफी है।

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट की ओर से जवाब आया है। उन्होंने कहा है कि वे चार सप्ताह बाद यह बताने की स्थिति में होंगे कि छत्तीसगढ़ को कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति कब-कब और कितनी मात्रा में की जा सकेगी। अभी तक की बातचीत से पता चला है कि अगले चार महीनों के लिए उनका पूरा स्टॉक बुक है। भारत बायोटेक दो दिन पहले ही अपना जवाब दे चुका है। उसके मुताबिक कंपनी की कोवैक्सीन के 25 लाख डोज जुलाई के अंतिम सप्ताह तक छत्तीसगढ़ को मिल पाएंगे। भारत बायोटेक ने जो शेड्यूल भेजा है उसके मुताबिक मई में वे कोवैक्सीन की 3 लाख डोज भेज पाएंगे। जून में 10 लाख और जुलाई में 12 लाख डोज। एक लाख डोज की पहली खेप शुक्रवार को पहुंच रही है। सिंहदेव ने बताया कि इतना ही वैक्सीन रहा तो किसे लगाएंगे और किसे मना करेंगे। ऐसे में पर्याप्त भंडार होने तक अभियान शुरू नहीं होगा। टीएस सिंहदेव ने बताया, मई महीने में कोवैक्सीन के तीन लाख डोज मिलने हैं। अगर यह पूरा मिल गया तो सीमित केंद्रों पर अभियान शुरू किया जा सकता है। इतनी वैक्सीन से एक महीने तक रोजाना 10 हजार लोगों को टीका लगाया जा सकता है। कम वैक्सीन के साथ रिस्क नहीं लिया जाएगा। वैक्सीन कम पड़ गई तो अभियान रुक सकता है।

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