चारागाह से नेपियर गांठें बेचकर आर्थिक स्वावलंबन की राह पर कोरिया की गौठान समितियां

कमरुन निशा
कोरिया 21 जून 2020/ प्रदेष में सुराजी ग्राम योजना के अंतर्गत ग्राम विकास को साकार करता हुआ कोरिया एकमात्र ऐसा जिला बन चुका है जिसकी ग्राम गौठान समितियों को चारागाह में की गई उनकी मेहनत नगद लाभ के रूप में मिलने लगी है। कोरिया जिले के ग्राम गौठान समितियों ने राज्य में नेपियर ग्रास नामक हरे चारे की गठानें बेचकर दो लाख रूपए से ज्यादा का लाभ प्राप्त कर लिया है। नेपियर ग्रास के रूप में हरे चारे की राज्य के सभी जिलों मंे व्यापक मांग है। कोरिया जिले के प्रथम चरण में बनाए गए गौठानों मे से 10 आदर्ष गौठानों मे कृषि विज्ञान केंद्र कोरिया के सहयोग से चारागाह का विकास किया गया और इन चारागाह को स्थानीय ग्राम गौठान समिति को संचालन हेतु दे दिया गया है। अब इन चारागाहों में उत्पादित नेपियर ग्रास को अधिकाधिक मात्रा में उत्पादित कर राज्य के विभिन्न जिलों को भेजकर गौठान समितियों ने आय अर्जित करना षुरू कर दिया है।
सुराजी ग्राम योजनांतर्गत गौठान के पषुओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था के रूप में लगाए गए नेपियर ग्रास का व्यवसायिक लाभ जिले की ग्राम गौठान समितियों को मिल रहा है वहीं पशुओं को संतुलित आहार मिलने लगा है। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी तूलिका प्रजापति ने बताया कि कोरिया में गौठानों के आसपास की रिक्त भूमि पर पांच पांच एकड़ जगह चिंहाकित कर चारागाह का निर्माण कृषि विज्ञान केंद्र कोरिया के माध्यम से कराया गया है। इनमें से आठ चारागाह अब इस स्थिति में आ चुके हैं कि उनसे पषुओं के हरे चारे के अलावा नेपियर ग्रास की गांठे बीज के रूप में अन्य जिलों के मांग के आधार पर भेजी जा रही हैं। इससे ग्राम गौठान समितियों को आर्थिक स्वावलंबन और गोठान संचालन के लिए राषि मिलने लगी है। सबसे पहले नेपियर ग्रास के बीज यानि गठानों के विक्रय करने वाले समितियों के अघ्यक्षों को बुलाकर मिलने वाली राषि का चेक जनवरी माह में ही कलेक्टर कोरिया के हाथों वितरित भी कराया गया है ताकि उन्हे प्रोत्साहन मिल सके। उन्होंने बताया कि सोनहत जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम कुषहा के गौठान समिति की अध्यक्ष श्रीमती जयकुमारी को 50 हजार 334 रूपए, सलगंवा ग्राम गौठान समिति के अध्यक्ष श्री सुंदर काषी सिंह को 57 हजार 834 रूपए और घुघरा की समिति के अध्यक्ष श्री लालमन राजवाडे़ को 10 हजार पांच सौ रूपए के और बैकुण्ठपुर जनपद पंचायत की सोरगा ग्राम गौठान समिति के अध्यक्ष श्री बिहारी को उनकी पहली कमाई के रूप में 36 हजार रूपए दिए गए हैं।

चारागाह के व्यवस्थित प्रबंधन को देख रहे कृशि विज्ञान केंद्र के वरिश्ठ वैज्ञानिक श्री राजपूत ने बताया की सबसे पहले कोयंबटूर से नेपियर ग्रास की किस्म सीओबीएन-एस के बीज मंगाकर चारागाहों में लगाए गए थे। अब इनकी अच्छी फसल होने से हम इसे ग्राम गोठान समितियों के माध्यम से सूरजपूर, महासमुंद और रायपुर जिलों को बेच चुके हैं। एक लाख से ज्यादा के नेपियर स्लिप की मांग रायपुर जिले से की गई हैं, वहीं 3 लाख से ज्यादा के नेपियर स्लिप की मांग अन्य जिलों से भी की जा चुकी है। इस माह की 19 तारीख से प्रदेष स्तर पर रोका छोका की प्रबंधन (खुले में पशु चराई रोकने हेतु) लागू की गई है तथा आयोजित विषेश ग्राम सभा में चारायुक्त गौठानों से ग्रामीणों को घरों एवं खेतों में चारा लगाने हेतु 1 रूपये प्रति गांठ के दर से नेपियर स्ल्पि विक्रय करने के संबंध में चर्चा की गई है। नेपियर स्लिप के विक्रय से गौठान समितियां आर्थिक रूप से सषक्त बनेंगी

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