अंतरराष्ट्रीय शिक्षा की तर्ज पर शिक्षक छात्रों को शिक्षा प्रदान करेंगे:-कृष्ण कुमार ध्रुव रामानुजनगर ब्लॉक में लक्ष्यवेध का सफल पांच बैच सम्पन्न
कमरुन निशा
सूरजपुर/रामानुजनगर एससीईआरटी और शिक्षा महाविद्यालय रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित लक्ष्यवेध कार्यक्रम के माध्यम से छत्तीसगढ़ प्रदेश के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रदान किया जा रहा है जिसमें छात्रों को अंतरराष्ट्रीय दृष्टि से कम्पीटिशन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने योग्य बनाने का एक सफल प्रयास जारी है । इस कार्यक्रम में पहले पूरे राज्य के सभी प्रायमरी से हायर सेकेंडरी स्तर के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण देने विभाग के द्वारा राज्य से लेकर ब्लॉक तक प्रशिक्षक समूह बनाया गया है। सभी प्रशिक्षक समूहों के द्वारा राज्य के समस्त विकास खण्डों में सभी प्रशिक्षु शिक्षकों को 5 चरण में 5 पांच दिवसीय लक्ष्यवेध का ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया जिसमें प्रत्येक दिन दो घंटे का समय ऑनलाइन प्रशिक्षण हेतु निर्धारित रहा । इसके एक बैच में 100 से अधिक प्रशिक्षु शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। सभी शिक्षकों को वर्तमान कोरोना समय में अपने घर में ही रहकर ऑनलाइन प्रशिक्षण लेना था। लक्ष्यवेध का प्रशिक्षण प्राप्त कर शिक्षक स्कूल फ्रॉम होम लर्निंग फ्रॉम होम की शुरुआत करेंगे। जिससे छात्रों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली से शिक्षा दिया जाएगा नई पेडागोजी के मद्देनजर क्या सिखाना है के बजाए कैसे सीखना है की तर्ज पर शिक्षक बच्चों के बीच एक मार्गदर्शक एक सहायक के रूप में उपस्थित रहकर सीखने को कैसे सीखें ये सिखाएंगे जिससे बच्चों में 21 वीं सदी के कौशलों जैसे गहन सोच, रचनात्मक सोच, कोलैबोरेशन , संवाद कौशल, दया करुणा, और विश्वास का विकास करने में सफलता प्राप्त की जा सकेगी जिससे छात्रों को विषय वस्तु को समझने में आसानी होगी और ज्यादा समझ बना पाएंगे बच्चे किताब के अंदर की दुनिया के साथ ही किताब के बाहर की दुनिया के बारे में भी जानेंगे नई पेडागॉजी का प्रयोग करते हुए बच्चे शिक्षा सत्र के एक तिहाई समय में ही कोर्स कंप्लीट करेंगे जिससे शिक्षकों की मदद से उनके बाकी कौशलों के विकास करने का पूरा अवसर व समय मिल सकेगा तभी हम अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा की बात कर सकेंगे। लक्ष्यवेध कार्यक्रम के समन्वयक सुनील मिश्रा जी, राज्य स्तरीय प्रशिक्षक समूह में राजेन्द्र जलतारे, वर्षा रानी गुप्ता और भूपेन्द्र साहू इन सभी का सहयोग और मार्गदर्शन लगातार मिला। इस कार्यक्रम में सूरजपुर जिले के रामानुजनगर ब्लॉक के प्रशिक्षु शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षक समूह में शिक्षिका श्रीमती प्रियंका सिंह सहायक शिक्षक एलबी शासकीय प्राथमिक शाला कन्या आश्रम शिवपुर विकासखंड रामानुजनगर, कृष्ण कुमार ध्रुव व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोटेया विकासखंड प्रेमनगर और रविशंकर साहू सहायक शिक्षक एलबी शासकीय प्राथमिक शाला गौटिया पारा दवना विकासखंड रामानुजनगर शामिल थे इस प्रशिक्षण में संकुल केंद्र पस्ता के संकुल समन्वयक लुकेश्वर सिंह ने शिक्षकों का पंजीयन,पी0 डी0 एफ0 और संपन्न कराने तक अद्भुत सहयोग प्रदान किये हैं इनका विशेष सहयोग रहा। इन सब के कुशल मार्गदर्शन के माध्यम से सूरजपुर जिले के रामानुजनगर ब्लॉक के सभी शिक्षकों को पांच पांच दिनों का पांच बैच ऑनलाइन लक्ष्यवेध प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर सफलतापूर्वक संपन्न किया गया । लक्ष्यवेध के सात नुस्खों में प्रियंका सिंह ने दो नुस्खों में बच्चों को स्वयं सीखने के लिए प्रेरित करना और बच्चों को स्वयं से अधिक सीखने के लिए चुनौती देना पर विस्तृत चर्चा किया रविशंकर साहू ने पियर लर्निंग, ग्रुप लर्निंग, विषय मित्र और छात्रों के जिज्ञासु रवैये के सम्मान करना नुस्खे को विस्तृत किया और कृष्ण कुमार ध्रुव ने एक तिहाई समय में कोर्स पूरा करना, अध्यापन में टेक्नालॉजी का प्रयोग और सेल्फी विद सक्सेस के नुस्खे को क्लियर किया इस प्रकार सातों नुस्खों को तीनों प्रशिक्षकों ने विस्तृत किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को स्वयं से सीखने और तेज गति से सीखने में मदद करना है ग्रुप लर्निंग, पियर लर्निंग और विषय मित्र के माध्यम से बच्चों में सीखने की गति तेज हो जाएगी। इस प्रशिक्षण में शिक्षक उन सभी पहलुओं से रूबरू हुए जो विद्यालय के वातावरण को स्वच्छ और भयमुक्त बनाने में कारगर होगा। इस शिक्षा प्रणाली के तहत विद्यालय में टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने पर जोर दिया गया है जिससे बच्चे रुचि लेकर ज्यादा और कम समय में सीख सकते हैं। इस कार्यक्रम के कुशल संचालन करने सूरजपुर जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार रॉय, जिला मिशन समन्वयक शशिकांत सिंह, रामानुजनगर विकास खण्ड के बीईओ राजाराम सिंह, एबीईओ चंदन सिंह ठाकुर, बीआरसी विशुन साय पैंकरा, संयोजक और संकुल समन्वयक सक्रिय भूमिका निभाते हुए निरंतर सहयोग प्रदान किये हैं।

