विधिक साक्षरता के विविध आयाम विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

kamrun nisha

विधिक साक्षरता के विविध आयाम विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
शनिवार को शासकीय विवेकानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय मनेंद्रगढ़ के तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन ऑनलाइन गूगल मीट पर एवं यूट्यूब लिंक पर कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए किया गया। कार्यक्रम महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सरोज बाला श्याग बिश्नोई के संयोजन मार्गदर्शन एवं संचालन में संपन्न हुआ जिन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत भाषण एवं विषय प्रवेश से किया। राष्ट्रीय संगोष्ठी विधिक साक्षरता के विविध आयाम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अपराध को रोकना केवल पुलिस का कर्तव्य नहीं है वरन सभी नागरिकों का दायित्व है कि सुरक्षा दायित्व कानून में निहित नियमों का पालन करना अपराध एवं अपराधी से समाज को सुरक्षित रखना यह प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है,

राष्ट्रीय सेवा योजना एवं महाविद्यालय इसमें अहम भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
सेमिनार में आमंत्रित प्रथम वक्ता के रूप में डॉ. उदय प्रताप सिंह प्रोफेसर ऑफ ह्यूमन राइट्स नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी भोपाल मध्य प्रदेश ने महिलाओं एवं बच्चों के अधिकार एवं उनसे जुड़े प्रमुख कानूनों की ओर ध्यान आकृष्ट किया, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं के प्रति होने वाले भेदभाव जिससे महिलाएं स्वयं अनजान हैं इस और भी उन्होंने इंगित किया। 1980 के दशक से इस दिशा में हो रहे प्रयासों की सराहना की।
द्वितीय वक्ता के रूप में गिरिजा शंकर साव उप पुलिस अधीक्षक अजाक बैकुंठपुर के द्वारा साइबर अपराध के बदलते स्वरूप के संदर्भ में विविध प्रकार के अपराध जैसे हैगिंग, साइबरस्टॉकिंग, साइबर बुलिंग, मार्फिन, चाइल्ड पोर्नोग्राफी, ईमेल हैकिंग, पहचान की चोरी का सावधानीपूर्वक उपयोग करने के लिए प्रेरित किया साथ ही अनाधिकृत वेबसाइट एवं लिंक से बचने के लिए कहा। मोबाइल पर उपलब्ध फ्री सर्विस एवं फ्री वाईफाई के उपयोग की मनाही की साथ ही बताया कि सजग एवं सचेत रहना ही साइबर अपराध से बचने का उपाय है।
सेमिनार के तृतीय वक्ता के रूप में अंकुर गुप्ता विभागाध्यक्ष मॉडर्न कॉलेज ऑफ लॉ गाजियाबाद उत्तर प्रदेश ने सभी के लिए कानून की मूलभूत जानकारी होना आवश्यक बताया उन्होंने हमारे मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य को विस्तार से समझाया किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी के समय सर्वोच्च न्यायालय के व्यापक निर्देश से हमें अवगत कराते हुए भ्रष्टाचार विरोधी प्रमुख कानून जिससे भ्रष्टाचार पर नियंत्रण रखा जा सकता है की जानकारी वर्चुअल पटल पर उन्होंने रखा।
विधिक साक्षरता के विविध आयाम विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार के अंतिम वक्ता के रूप में यातायात जन जागरूकता अभियान संचालित करने के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त यातायात सैनिक बैकुंठपुर महेश मिश्रा रहे जिन्होंने बताया कि यातायात एक ऐसा शब्द अथवा विषय है जिससे कोई भी व्यक्ति अछूता नहीं है, प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन निर्वहन के दौरान यातायात से होकर गुजरना पड़ता है इसलिए यातायात के नियमों, संकेतों और चिन्हों को जानना सभी के लिए अनिवार्य है ।श्री मिश्रा ने यातायात से जुड़े सभी बिंदुओं पर विस्तार से महत्वपूर्ण जानकारी साझा की साथ ही साथ ही नियमों का पालन सावधानीपूर्वक करने के लिए सभी को संकल्पित भी कराया। कार्यक्रम में सुशील कुमार तिवारी कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना ने सेमिनार का विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया व सह-संयोजक की भूमिका का निर्वहन एल.सी. मनवानी विभागाध्यक्ष रसायन शास्त्र ने करते हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग अवनीश गुप्ता एवं सुनील जाँनसन बडा़ ने प्रदान किया। उक्त राष्ट्रीय सेमिनार कार्यक्रम गूगल मीट एवं यूट्यूब लिंक पर प्रसारित हुआ जिसमें विद्वान प्राध्यापक, अतिथि व्याख्याता, शोधार्थी छात्र, विद्यार्थी एवं कार्यक्रम में जुड़े सामान्य जन ऑनलाइन लाभान्वित हुए। कार्यक्रम का सफल संचालन आयोजक संस्था की प्राचार्य डॉ. बिश्नोई ने किया।

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