6 दिनों से लगातार रेल लाइन के किनारे चलते-चलते तीन मासूम पहुंचे चर्चा झारखंड के गढ़वा जिला जाना चाहते थे बच्चे उत्तर प्रदेश जाने के लिए रायपुर से पैदल चलकर चर्चा पहुंचे 6 मजदूरों को भी दी गई सहायता

नीरज गुप्ता
चरचा कालरी ……वैश्विक महामारी कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर प्रधानमंत्री जी के द्वारा आहूत जनता कर्फ्यू के पश्चात रेल सेवा, बस सेवा, एयरलाइंस आदि परिवहन संबंधित समस्त सेवाएं तत्काल बंद कर दी गई थी जन स्वास्थ्य को देखते हुए प्रधानमंत्री जी ने अपील की थी कि जो आदमी जहां है ,वहीं पर रहे और संक्रमण को फैलने ना दे किंतु लोगों में गलतफहमी फैली और गरीब तबके को लगा कि वह भूखे मर जाएंगे, उन्हें कोई सहारा नहीं मिलेगा ,इस सोच की वजह से बाहर रह रहा हर इंसान अपने घर जाना चाहता था हैं

परिवहन सेवा ना मिलने की वजह से लोग पैदल ही निकल पड़े थे इसी क्रम में सोमवार के दिन चर्चा रेलवे स्टेशन में तीन मासूम बच्चे मिले जो भूखे प्यासे कटनी मध्य प्रदेश से विगत 6 दिनों से लगातार रेल लाइन के किनारे किनारे चलते हुए चर्चा पहुंचे जहां चर्चा निवासी लाल मोहम्मद व रौनक शर्मा ने उन्हें देखा और स्थानीय समाजसेवी नीरज गुप्ता भूपेंद्र यादव, , शशिभूषण राय, विक्रांत सिंह ,शशि भूषण राय , कुंदन पांडे को खबर दी जानकारी के बाद समाजसेवियों ने उन्हें भोजन कराया व आर्थिक मदद देने के पश्चात एसईसीएल चर्चा तत्पर रहते

प्रबंधन के सहयोग से एंबुलेंस उपलब्ध कराकर उन्हें जिला प्रशासन के माध्यम से मानस भवन भेजा गया जहां झारखंड के ही कई अन्य मजदूरों को रखा गया था झारखंड राज्य के गढ़वा जिले के निवासी इन बच्चों ने बताया कि इटारसी में मजदूरी का काम करते थे काम बंद हो जाने की वजह से मालिक ने उन्हें काम से हटा दिया इस वजह से वे अपने घर जाना चाहते थे और इटारसी से माल गाड़ी में बैठ कर कटनी तक पहुंचे इसके पश्चात विगत 6 दिनों से पैदल चल रहे हैं और रेल लाइन के किनारे किनारे चलते-चलते अंबिकापुर जाते और वहां से पैदल सड़क मार्ग से होते हुए झारखंड

पहुंचना चाहते थे इसी क्रम में शाम 7:00 बजे के लगभग भूपेंद्र यादव और उनके सहयोगियों को सूचना मिली की 6 मजदूर चर्चा थाना के समीप ग्राम फूलपुर पहुंचे हैं जानकारी मिलने के बाद तत्काल सभी मजदूरों को चर्चा थाना के बगल में स्थित अंबेडकर सामुदायिक भवन में लाया गया और उन्हें भोजन सामग्री दी गई यह सभी मजदूर उत्तर प्रदेश के के बलिया जिला व वाराणसी के समीप मऊनाथ भंजन के रहने वाले थे व रायपुर में रहकर टाइल्स की फैक्ट्री में काम करते थे काम बंद हो जाने की वजह से उनके पास कोई विकल्प नहीं रहा और वह सभी अपने घर जाने के लिए पैदल निकल पड़े रायपुर से बिलासपुर तक एक ट्रक में बैठकर आए उसके बाद इनकी पदयात्रा चालू हुई इन मजदूरों ने बताया कि रास्ते में कुछ लोगों ने उन्हें खाने-पीने का सामान दिया किंतु कहीं पर भी रुकने नहीं दिया र रात जंगल में कटती थी या फिर कहीं मंदिर मैं सो जाते थे 23 मार्च को रायपुर से निकले यह

मजदूर 6 दिनों की पद यात्रा के पश्चात चर्चा पहुंचे थे इन सभी मजदूरों को भूपेंद्र यादव, नीरज गुप्ता ,मोहम्मद जानू वसीम, विक्रांत सिंह आदि के द्वारा मास्क ,हैंड वास, फल व अन्य सामग्री उपलब्ध कराने के साथ ही आर्थिक सहयोग भी देकर भूपेंद्र यादव ने बैकुंठपुर विधायक श्रीमती अंबिका सिंह देव से चर्चा कर उन्हें एसईसीएल के एंबुलेंस से बैकुंठपुर भेजा गया गौरतलब है कि चर्चा में समाजसेवियों की टीम हर समय जरूरतमंदों की मदद करने के लिए तैयार है वही चरचा कालरी प्रबंधन के वी श्रीनिवास खान प्रबंधक चर्चा, डॉ अशोक बिराजी चिकित्सा अधिकारी क्षेत्रीय चिकित्सालय चर्चा व विजय शंकर ओझा सहायक कार्मिक प्रबंधक विशेष रूप से सहयोग हेतु

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