जिले में पीलिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क, नगरीय निकायों व ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहा सर्वे। बैकुंठपुर के खुटनपारा में लगा स्वास्थ्य शिविर, घर-घर किया जा रहा है पीलिया का सर्वेक्षण

kamrun nisha.

जिले में पीलिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क, नगरीय निकायों व ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहा सर्वे

बैकुंठपुर के खुटनपारा में लगा स्वास्थ्य शिविर, घर-घर किया जा रहा है पीलिया का सर्वेक्षण

कोरिया, अप्रैल 2025/
गर्मी के मौसम में बढ़ते संक्रमणों को देखते हुए पीलिया (जॉन्डिस) को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलेभर में सतर्कता बरती जा रही है। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देश एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह के मार्गदर्शन में जिले के नगरीय निकायों व ग्रामीण क्षेत्रों में पीलिया की रोकथाम और जागरूकता हेतु स्वास्थ्य शिविर और सर्वेक्षण अभियान चलाया जा रहा है।

नगर पालिका बैकुंठपुर के खुटनपारा वार्ड में वार्ड पार्षद अनिल खटीक के सहयोग से पीलिया से बचाव हेतु विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। इस दौरान घर-घर जाकर सर्वे कार्य भी किया गया ताकि संक्रमण की पहचान समय रहते हो सके।

डॉ. प्रशांत सिंह ने पीलिया के सम्बंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
पीलिया क्या है?
पीलिया शरीर में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ने से होता है, जो कि लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने और लीवर की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी के कारण बनता है। इससे आंखों और त्वचा में पीलापन, भूख कम लगना, थकान, बुखार, पेट दर्द आदि लक्षण नजर आते हैं।

बचाव के उपाय
प्रतिदिन कम से कम 8 गिलास पानी पिएं। स्वस्थ, साफ-सुथरा भोजन और उबालकर पीने योग्य पानी का सेवन करें। हाई फाइबर और कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। शराब का सेवन न करें और हेपेटाइटिस के टीके लगवाएं। बोरिंग, नल, कुआँ व आरओ का पानी भी उबालकर पीने की सलाह दी गई है।

स्वास्थ्य विभाग ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे पीलिया के लक्षण नजर आने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें, समय पर इलाज से बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकता है।

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