मेरे पति निर्दोष है टीआई साहब ने उन्हें जान बूझकर अपराधिक मामलों मैं फंसाया है बोली पीड़ित पत्रकार की पत्नी, सरगुजा आईजी ने कहा होगी निष्पक्ष जांच

कमरून निशा

बहु चर्चित मामला कोरिया जिला का है जहां एक थाना प्रभारी ने पत्रकार पर कई आपराधिक धाराओं के तहत जेल भेज दिया है। पीड़ित पत्रकार की पत्नी ने पूर्व पदस्थ चर्चा टीआई पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पति निर्दोष हैं टीआई साहब ने उन्हें जानबूझकर अपराधिक मामलों की विभिन्न धाराओं के तहत फंसाया है। क्योंकि मेरे पति चर्चा क्षेत्र में हो रहे लगातार आपराधिक कृत्य चोरियों पर खबर लगा रहे थे। जिससे कहीं ना कहीं पुलिस की छवि प्रभावित हो रही थी चर्चा क्षेत्र में 9 चोरियां हुई लेकिन पुलिस एक ही चोरी का खुलासा कर पाई समाचार पत्रों के माध्यम से लगातार मेरे पति चर्चा पुलिस की निष्क्रियता को उजागर कर रहे थे। जो पूर्व पदस्थ टीआई सौरभ द्विवेदी को रास नहीं आई और उन्होंने मेरे पति के खिलाफ षड्यंत्र रचते हुए उन्हें ही अपराधी बनाकर कई धाराओं के तहत जेल भेज दिया है। क्षेत्र में हुई चोरियों पर पुलिस लगाम तो नहीं लगा पाई और ना ही चोरों तक ठीक-ठाक से पहुंच पाई अपनी और पुलिस की छवि को बचाने के लिए सौरभ द्विवेदी ने मनगढ़ंत कहानी बनाते हुए मेरे पति को अपराधिक मामलों में फंसाकर सलाखों के पीछे भेज दिया मैं न्याय की गुहार लगा रही हू।

पूरे मामले पर कहीं ना कहीं कोरिया के पत्रकार भी इस द्वेष पूर्ण कार्यवाही की निंदा करते हुए नजर आ रहे हैं। पत्रकारों के बीच लगातार इस मामले को लेकर चर्चाएं हो रही है। कई बैठकों के दौर के बाद रणनीति तैयार की जा रही है । जिसमें पत्रकार पर हुए अपराधिक मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है। जिसके लिए उच्च अधिकारियों को आवेदन भी सौंपा जा रहा है। क्योंकि चर्चा टीआई ने पत्रकार पर खुद ही मामले दर्ज किए और खुद ही प्रार्थी रहे जिस पर पत्रकारों ने असंतोष जाहिर करते हुए कोरिया एसपी चंद्र मोहन सिंह वह सरगुजा आईजी श्री साय जी से मुलाकात कर पूरे मामले पर निष्पक्ष जांच की मांग रखी थी। जिस पर सरगुजा आई जी ने सहमति जताते हुए दूसरे जिले से जांच के लिए विभागीय अधिकारी नियुक्त करने की बात कही है। लिहाजा अब देखना होगा की कब तक जांच इस मामले पर होगी और जांच में कौन सा नया मोड़ आता है ।
वही छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ के जिला अध्यक्ष राजेश राज गुप्ता का कहना है कि जल्द ही इस मामले के पूरे प्रकरण पर जांच की कार्यवाही शुरू नहीं की गई तो जल्द ही उग्र आंदोलन और प्रदर्शन की तैयारी की जाएगी जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.